ETF का मतलब एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Exchange Traded Fund) है। Exchange-Traded Funds (ETFs) एक प्रकार के Mutual Funds हैं जो Stock Exchanges पर कारोबार करते हैं। वे एक इंडेक्स (Nifty50, Sensex30) या एक Basket of Securities को ट्रैक करते हैं, और इस तरह, वे निवेशकों को एक उद्योग, एक क्षेत्र में निवेश करने का अवसर देते हैं, ETF निवेशकों को एक सरल और किफायती तरीका प्रदान करते हैं वे उन लोगों के लिए भी एक अच्छा विकल्प हैं जो सक्रिय रूप से अपने निवेश का प्रबंधन नहीं करना चाहते हैं।
Types of ETFs
ETF को कई तरह से वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे कुछ लोकप्रिय प्रकार के ETF हैं:
- स्टॉक ETF: ये ETF स्टॉक के एक समूह का ट्रैक करते हैं, जैसे कि एक इंडेक्स या सेक्टर ETF।
- बॉन्ड ETF: ये ETF बॉन्ड के एक समूह का ट्रैक करते हैं, जैसे कि एक सरकार या कॉर्पोरेट बॉन्ड ETF।
- कमोडिटी ETF: ये ETF कमोडिटीज के एक समूह का ट्रैक करते हैं, जैसे कि सोना, तेल या अनाज ।
- फंड ऑफ फंड ETF: ये ETF अन्य ETF में निवेश करते हैं।
ETFs निवेश के लाभ
ETF निवेशकों को कई तरह से लाभ प्रदान करते हैं। सबसे पहले, वे एक सरल और किफायती तरीका प्रदान करते हैं कि वे एक विविध पोर्टफोलियो में निवेश करें। दूसरे, वे उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हैं जो सक्रिय रूप से अपने निवेश का प्रबंधन नहीं करना चाहते हैं। तीसरे, वे अक्सर निष्क्रिय रूप से प्रबंधित होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे उन फंड मैनेजरों द्वारा नहीं चलाए जाते हैं जो हर दिन बाजार में अटक जाते हैं।
यदि आप ETF में निवेश करने में रुचि रखते हैं, तो सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किस प्रकार के ETF में निवेश करना चाहते हैं। इसके बाद, आपको एक ब्रोकर खोजना होगा जो ETF प्रदान करता है। एक बार जब आप एक ब्रोकर खोज लेते हैं, तो आप ETF खरीदने के लिए एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं।
10 सालों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले ETFs
भारत में, पिछले कुछ वर्षों से ETFs में निवेश करने वालों की संख्या मे काफी बढ़ोत्तरी हुई है । इसकी एक वजह यह है कि वे कम लागत वाले निवेश विकल्प हैं, और वे निवेशकों को एक व्यापक और विविध पोर्टफोलियो बनाने में मदद कर सकते हैं।
यदि आप भारत में ETFs में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले ETFs को जानना महत्वपूर्ण है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम पिछले 10 सालों में भारत में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले कुछ ETFs पर चर्चा करेंगे।
Best Performing ETFs
HDFC Sensex ETF: यह ETF Sensex इंडेक्स को ट्रैक करता है, और यह पिछले 10 सालों में 17.7% का वार्षिक रिटर्न दिया है।
Nippon India Nifty 50 ETF: यह ETF Nifty 50 इंडेक्स को ट्रैक करता है, और यह पिछले 10 सालों में 17.5% का वार्षिक रिटर्न दिया है।
SBI ETF Sensex: यह ETF Sensex इंडेक्स को ट्रैक करता है, और यह पिछले 10 सालों में 17.4% का वार्षिक रिटर्न दिया है।
ICICI Prudential Nifty 50 ETF: यह ETF Nifty 50 इंडेक्स को ट्रैक करता है, और यह पिछले 10 सालों में 17.3% का वार्षिक रिटर्न दिया है।
Axis Gold ETF: यह ETF सोने के दाम को ट्रैक करता है, और यह पिछले 10 सालों में 12.9% का वार्षिक रिटर्न दिया है।
अन्य बातें –
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि Past Performance is not Indicative of Future Results किसी भी ETF में निवेश करने से पहले, आपको पूरी तरह से समझ लेना चाहिए कि आप क्या कर रहे हैं।
यदि आप भारत में ETFs में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको एक Demat Account और एक Trading Account खोलने की आवश्यकता होगी। आप इन खातों को किसी भी बड़े स्टॉक ब्रोकर से खोल सकते हैं।
एक बार जब आपके खाते खुल जाते हैं, तो आप ETFs को खरीदने के लिए अपने ब्रोकर के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं।
ETFs एक बढ़िया निवेश विकल्प हो सकते हैं, लेकिन वे सभी के लिए नहीं हैं। यदि आप एक निवेशक हैं जो लंबी अवधि में निवेश करना चाहता है, तो ETFs एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। हालांकि, यदि आप एक निवेशक हैं जो अल्पकालिक रिटर्न की तलाश में हैं, तो ETFs एक अच्छा विकल्प नहीं हो सकते हैं।
यदि आप भारत में ETFs में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको सलाह दी जाती है कि एक वित्तीय सलाहकार से बात करें। वे आपको यह तय करने में मदद कर सकते हैं कि ETFs आपके लिए सही निवेश विकल्प हैं या नहीं।