Term insurance kya hai

दोस्तों आपने बीमा पॉलिसी लेते वक्त कई बार टर्म इंश्योरेंस शब्द का जिक्र जरूर सुना होगा , यदि आप टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने जा रहे हैं, तो आपके पास इससे जुड़ी कुछ बेसिक जानकारी का होना काफी जरूरी है।अक्सर ही लोग टर्म इंश्योरेंस और नार्मल इंश्योरेंस में अंतर नहीं कर पाते हैं। लेकिन आपको बाता दें कि टर्म इंश्योरेंस और नार्मल इंश्योरेंस में कुछ अंतर होते जैसा की इस पोस्ट मे जानेगे- Term insurance kya hai यह किसे और क्यों लेना चाहिए , और बीमा लेते समय क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए ?

 

टर्म इंश्योरेंस – लाइफ इंश्योरेंस (जीवन बीमा) का ही एक प्रकार है, Term Insurance हमारे जीवन मे होने वाली किसी दुर्घटना ,अपंगता या किसी भयावह बीमारी के खिलाफ हमें, एक विस्तृत आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है,जीवन बीमा लेने का सबसे आसान और सस्ता तरीका टर्म इंश्योरेंस यहाँ आपको कम से कम रुपये मे बड़ा लाइफ कवर मिलता है , इसके तहत बीमा लेने वाले व्यक्ति को, एक निश्चित समय तक प्रीमियम का भुगतान करना होता है। अगर निश्चित अवधि के दौरान, बीमाधारक की मृत्यु ,अपंगता या कोई भयावह बीमारी हो जाती है -तो ऐसे मे बीमा कंपनी द्वारा सम एश्योर्ड यानि एक मुश्त रकम उसके परिवार या नॉमिनी को दे दी जाती है।

इसे example से समझते है –

मान लेते है कोई यक्ति है जिसका नाम अर्जुन है उसकी उम्र 25 वर्ष है – वह 60 लाख का Term Insurance 30 वर्ष तक के लिए लेता है , बदले मे बीमा कंपनी को 600 से 800 रुपये प्रतिमाह बीमा का प्रीमियम देता है।

अब यहाँ 30 वर्षों के दौरान तीन संभावनए हो सकती है –

पहला- इन 30 वर्षों मे अर्जुन की मरत्यु हो जाती है तो ऐसे मे उसके परिवार या नॉमिनी को 60 लाख रुपये बीमा कंपनी द्वारा दे दिया जाता है,
दूसरा – अर्जुन किसी दुर्घटना वस अपंग हो जाता है तो ऐसे मे बीमा कंपनी अर्जुन को एक बार मे या प्रति माह मे उसकी इच्छा अनुसार पैसे का भुगतान करेगी ,
तीसरा- संभावना ये हो सकती है की इन 30 वर्षों मे अर्जुन को कोई समस्या नहीं होती वह जीवित रहता है तो ऐसे मे बीमा कंपनी द्वारा अर्जुन को कोई राशि नहीं दी जाएगी।

हालांकि मार्केट मे Term Return of Premium Plan भी उपलब्ध है जिसमे Plan expire होने के बाद आपकी जमा राशि मिल जाती है लेकिन ये प्लान महंगे होते है इसलिए आपको Pure Term Plan ही लेना चाहिए।

टर्म इंश्योरेंस के फायदे-

1. एक्सीडेंटल कवर मिलता है

टर्म इंश्योरेंस में आपको एक्सीडेंटल कवर दिया जाता है,यदि इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति की एक्सीडेंट में मौत हो जाती है तो नॉमिनीज को बीमित राशि ( एश्योर्ड अमाउंट ) दे दी जाती है,
वही यदि एक्सीडेंट में व्यक्ति विकलांग हो जाता है तो भी कवर मिलता है।

2. गंभीर बीमारी का कवर मिलता है

टर्म बीमा मे गंभीर बीमारी का इलाज यानी क्रिटिकल इलनेस का कवर मिलता है ,यदि इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति को- प्लान के तहत कवर की गई गंभीर बीमारियाँ होती है तो उसे कुछ बीमित राशि दे दी जाती है ,
लेकिन पॉलिसी लेते समय इस बात का ध्यान रखें की बीमा कंपनी कौन से बीमारियों को क्रिटिकल इलनेस मे रखा है ।

3. टर्मिनल इलनेस का लाभ मिलता है

टर्म प्लान मे यह एक खास बात है की इसमे टर्मिनल इलनेस का लाभ भी मिलता है , इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति को यदि कोई ऐसी गंभीर बीमारी हो जाती है, जिसमें वह अपनी आखिरी स्टेज पर है तो इंश्योरेंस कंपनी उसकी मौत से पहले ही इंश्योरेंस कवर का कुछ हिस्सा या पूरा भुगतान कर देती है।

4. प्रीमियम वेवर का लाभ मिलता है

बीमा लेने वाले व्यक्ति के साथ कोई अप्रिय घटना हो जाती है जैसे की दुर्घटना मे अपंगता या कोई गंभीर बीमारी हो जाने या टर्मिनल इलनेस से पीड़ित हो जाने पर- कुछ टर्म प्लान के तहत इंश्योरेंस कंपनी आपसे प्रीमियम नहीं लेती और आपकी पॉलिसी चलती रहती है ।

5. प्रीमियम वापस पाने का विकल्प मिलता है

यदि आप अपने भुगतान किए गए पैसे – प्रीमियम को वापस पाना चाहते हैं तो आप प्रीमियम रिटर्न प्लान ले सकते है -” जिसमे बीमा लेने वाला व्यक्ति -बीमा अवधि पूरी होने तक जीवित रहता है तो कंपनी उसको प्रीमियम लौटा देती है” , हालांकि ये प्लान थोड़े महंगे होते है ।

टर्म प्लान किसे लेना चाहिए –

वैसे तो लाइफ मे कभी कुछ भी हो सकता है आपके न रहने पर अपने परिवार को आर्थिक रूप से कोई समस्या न हो ऐसे मे ऐसे व्यक्ति जिनकी उम्र 25 से 35 वर्ष है घर मे अकेले कमाने वाले है ऐसे व्यक्तियों को TERM INSURANCE प्लान जरूर लेना चाहिए।

Term Insurance लेते समय सावधानियाँ-

बीमा लेते समय सही जानकारी दे -जैसे की आप स्मोकिंग करते है या नही, आप कभी- कभी स्मोकिंग करते है तो आप Smoker केटेगरी मे आएंगे यदि अपने गलत जानकारी दी तो आपको बीमा क्लैम के समय समस्या आ सकती है , टर्म इन्श्योरेन्स मे बीमित व्यक्ति की प्राक्रातिक मरत्यु , दुर्घटना से हुई मरत्यु , स्वास्थ्य संबंधी कारणों से हुई मरत्यु मे बीमा कवर प्रदान किया जाता है , लेकिन यदि किसी ने आत्महत्या / आपराधिक प्रवत्ति हत्या / Drugs या नशे की अधिकता से हुई मरत्यु को कवर नही करता है , इसलिए बीमा लेते समय आपको सभी Terms & condition को पढ़ लेना चाहिए उसके बाद ही आपको बीमा लेना चाहिए

दोस्तों जानकारी कैसी लगी comment box मे जरूर बताएं ।

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